जोशीमठ (महादीप पंवार): हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की प्रक्रियाएं शनिवार को गोविंदघाट गुरुद्वारे में शुरु हुई। यहां सबद कीर्तन, अरदास के बाद हुक्मनामा लेकर पंच प्यारों की अगुवाई में 4 हजार तीर्थयात्रियों को जत्था हेमकुंड साहिब के लिये रवाना हो गया है। रविवार को हेमकुंड साहिब के कपाट सुबह 9 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए जाएंगे। गुरुद्वारा कमेटी की ओर से हेमकुंड साहिब में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी गई हैं।
सप्त श्रृंग पर्वत मालाओं के बीच 4160 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने तपस्या की थी। जिसके बाद से सिखों का ये पवित्र तीर्थ प्रकाश में आया और इस समुदाय के लोग 19 किमी की कठिन चढ़ाई को पार कर श्री हेमकुंड साहिब पहुचते है।
हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा का कहना है कि कोरोनाकाल के 2 वर्षों के बाद इस वर्ष अच्छी तादाद में यात्रियों की आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट की ओर से यात्रा की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। गोविंदधाम गुरुद्वारे के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि गोविंदघाट गुरुद्वारे में शबद कीर्तन के बाद सुबह आठ बजे पंच प्यारे के साथ श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हो गया है। उन्होंने कहा कि 4000 की संख्या में श्रद्धालु धाम की ओर रवाना हो चुके है।
गोविंदघाट से पंच प्यारो के साथ हेमकुंड रवाना हुआ पहला जत्था
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