पर्यावरण विद चण्डी प्रसाद भट्ट ने किया पुरस्कार राशि से ट्रस्ट का निर्माण

Advertisement

देहरादून: चिपको प्रणेता अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध पर्यावरण विद मैग्सेसे पुरस्कृत, पद्मश्री एवं पदमभूषण चण्डी प्रसाद भट्ट ने उनके जीवन काल में मिली तमाम पुरस्कार राशि से ट्रस्ट का निर्माण किया है। चंडी प्रसाद भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने बताया कि वन एवं पर्यावरण संरक्षण व वन्य जीव संरक्षण की दिशा में तमाम क्रियाकलाप के साथ-साथ वन की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए ट्रस्ट ने प्रत्येक वर्ष एन.के. जोशी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया है ।

इसी के चलते वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार से पूर्वी पिंडर रेंज के उप वन क्षेत्राधिकारी त्रिलोक सिंह बिष्ट को पुरस्कृत किया गया। वानिकी प्रशिक्षण संस्थान हल्द्वानी में आयोजित प्रथम निर्मल कुमार जोशी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार स्वर्गीय निर्मल कुमार जोशी की धर्मपत्नी आशा जोशी ने सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह सौंप कर त्रिलोक सिंह बिष्ट को सम्मानित किया। इस दौरान अपनी सेवा काल में वन एवं पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने और वन तस्करों पर अपनी जान की परवाह किए बगैर नकेल कसने का सराहनीय कार्य करने पर सेवानिवृत्त वन क्षेत्राधिकारी हयात सिंह मेहरा को भी चंडी प्रसाद भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र गोपेश्वर के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।

प्रथम एनके जोशी वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार” के लिए बद्रीनाथ वन प्रभाग के पूर्वी पिंडर रेंज में तैनात उप वन क्षेत्राधिकारी त्रिलोक सिंह बिष्ट का चयन किया गया है। वन और वन्य जीवो के लिए विख्यात उत्तराखंड में नंदा देवी नेशनल पार्क, फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क, केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य और नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व के इलाके में संरक्षण को लेकर त्रिलोक सिंह बिष्ट ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए सराहनीय कार्य किए हैं। वन और वन्य जीव संरक्षण के लिए इन्होंने कभी भी समझौता नहीं किया। अस्सी के दशक में इन्होंने कई प्रभावशाली अवैध शिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया। केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य में वन्यजीवों की रक्षा के लिए इनके द्वारा कई बार राज्य के प्रभावशाली और जिले के बड़े-बड़े अवैध शिकार में लिप्त अफसरों के खिलाफ कार्यवाही करने का साहस दिखाया, जिसके एवज में आपको अपने से बड़े अधिकारियों पर कार्यवाही करने का खामियाजा स्वयं पर भी फर्जी मुकदमों के रूप में झेलना पड़ा फिर भी आपने वन एवं वन्य जीव संरक्षण का कार्य ईमानदारी से किया। त्रिलोक सिंह बिष्ट को राज्य स्तर पर राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री की ओर से वन एवं वन्य जीव संरक्षण के लिए भी पूर्व में सम्मानित किया जा चुका है।

प्रथम एनके जोशी वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार वितरण समारोह में कार्यक्रम का संचालन विनय सेमवाल ने किया। कार्यक्रम मे वी.डी. सिंह मुख्य कार्यकारी अधिकारी बद्री केदार मंदिर समिति, मंगला कोठियाल , आशा जोशी, पूर्व प्रमुख मुख्य वन संरक्षक आई.डी पांडे, निदेशक वानिकी प्रशिक्षण संस्थान आई.पी सिंह, शेर सिंह राठौर एवं गौरव कुमार उपस्थित रहे।

सोशल ग्रुप्स में समाचार प्राप्त करने के लिए निम्न समूहों को ज्वाइन करे.
Previous articleसीएम ने दी विभिन्न विकास कार्यों के लिए वित्तीय स्वीकृति
Next articleदंत चिकित्सकों पर सरकार के रवैये को लेकर कांग्रेस मीडिया प्रभारी ने साधा निशाना