चमोली: सरकारों की ओर से खाद्यान्न योजनाओं के संचालन के लिये जिले को उपलब्ध कराया जा रहा राशन को बारिश के मौसम में सुरक्षित रखना पूर्ति विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के लिये चुनौती बना हुआ है। जिले में राशन के भंडारण के लिये 16 गोदाम बनाये गये हैं। लेकिन बजट के अभाव में गोदामों का रख-रखाव न होने से यहां बारिश का पानी घुसने से राशन के खराब होने की समस्या बनी हुई है। जबकि विभागीय अधिकारी मामले में उच्चाधिकारियों को जानकारी देने और बजट की कमी की बात कह रहे हैं।
चमोली में प्रशासन ने सरकारी योजनाओं के खाद्यान्न के भंडारण के लिये चमोली, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, जोशीमठ, घाट, पोखरी, गैरसैंण, मेहलचैरी व नौटी में सरकारी भवन बनाये गये हैं। वहीं आदिबद्री, नारायणबगड़, थराली, देवाल व सैंजी में किराये के भवनों पर खाद्यान्न भंडारण की व्यवस्था की गई है। जबकि बदरीनाथ व मलारी में सीजनल भंडार की व्यवस्था की जाती है। जहां से ग्रामीण क्षेत्रों के सस्ता गल्ला दुकान संचालकों को खाद्यान्न वितरित किया जाता है। लेकिन गोदामों का सुधारीकरण न होने से सीलन, छट टपकने और पानी रिसाव की समस्या बनी हुई है। जिससे बरसात के मौसम में अधिकारी व कर्मचारियों के सम्मुख राशन को सुरक्षित रखना चुनौती बना हुआ है।
चमोली में राशन गोदमों में सुरक्षित रखना पूर्ति विभाग के लिये चुनौती
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