चमोली : पंच केदारों में से चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम के कपाट खुलने की धार्मिक प्रक्रियांए शीतकालीन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर में शुरु हो गई हैं। यहां दो दिनों तक मंदिर परिसर में स्थित गद्दी पर पूजा अर्चना के बाद भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली 17 मई को उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित रुद्रनाथ मंदिर के लिये प्रस्थान करेगी।
बता दें पंच केदरों में चतुर्थ केदार रुद्रनाथ का मंदिर चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र में समुद्रतल से 2290 मीटर पर सड़क मार्ग से 24 किमी की पैदल दूरी पर स्थित है। यहां भगवान शिव के मुख के दर्शन होते हैं। मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रियांए ज्येष्ठ सक्रांति से शुरु हो जाती हैं। जबकि कार्तिक सक्रांति पर शीतकाल के लिये बंद कर दिये जाते हैं। इस परम्परा के तहत भगवान रुद्रनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर में प्रातः पूजा-अर्चना के बाद 8 बजकर 30 मिनट पर भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह मूर्ति को मंदिर के गर्भ गृह से मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा गया। रुद्रनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी हरीश भट्ट ने बताया कि गोपीनाथ मंदिर में दो दिनों तक पूजा अर्चना के बाद 17 मई को भगवान की उत्सव डोली उच्च हिमालय में स्थिति रुद्रनाथ मंदिर के लिये प्रस्थान करेगी। यात्र के पहले दिन उत्सव डोली ल्वींटी बुग्याल पहुंचेगी। जबकि 18 मई को रुद्रनाथ मंदिर पहुंचेगी। जहां 19 मई को परम्पराओं के अनुसार ब्रहममूर्हत में मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष अनुसूया प्रसाद भट्ट, आशुतोष भट्ट, प्रयागदत्त भट्ट, जनार्दन तिवाड़ी, महेंद्र तिवाड़ी, अरविंद भट्ट, वेदप्रकाश भट्ट, गोविन्द प्रसाद भट्ट, अमित रावत, यशवंत झिंक्वाण, विनोद सिंह राणा, सुशील भट्ट, चन्द्रप्रकाश भट्ट, अन्नू भंडारी, राम प्रसाद भट्ट, दिनेश पासवान, हेमंतलाल, चंद्रू लाल और अरुण लाल आदि मौजूद थे।
चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट खुलने की प्रक्रिया हुई शुरू
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