चमोली: जिले में मानसून सीजन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में आवाजाही के प्रशासन की ओर से की गई कवायद जमीनी हकीकत से दूर नजर आ रही है। चमोली का जयकंडी-मैखुरा मोटर मार्ग अधिकारियों की आपदा को लेकर लापरवाही की हकीकत बयां कर रहा है। इस मोटर मार्ग की जब 11 दिनों तक लोनिवि और एनएचआईडीसीएल ने सुध नहीं ली तो ग्रामीणों ने श्रमदान कर सड़क को दुरुस्त कर लिया है।
जानकारी के अनुसार जयकंडी-मैखुरा मोटर मार्ग 6 जुलाई को हुई बारिश के चलते बदरीनाथ हाईवे पर हिल साइड पुस्ता न बनने से क्षतिग्रस्त हो गया था। सड़क के क्षतिग्रस्त होने की सूचना दिये जाने के बाद भी लोनिवि व एनएचआईडीसीएल की ओर से कोई कार्रवाई न करने पर रविवार को ग्रामीणों ने श्रमदान कर सड़क को ठीक कर लिया है। ऐसे में प्रशासन की आपदा को लेकर तैयारियों का अंदाजा लगाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों के श्रमदान से सड़क सुधारीकरण के बाद यहां लोनिवि की ओर से जेसीबी भेजी गई है। इस मौके पर दिनेश मैखुरी, जीतेंद्र कुमार, इंद्रेश मैखुरी, आशा राम मैखुरी, जीतेंद्र कुमार, अयोध्या प्रसाद, सुनील दत्त, विनोद कुमार, रामचंद्र, सतीश ध्यानी, मोती राज, रमेश चंद्र मैखुरी और हेमंत खंडूरी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
ग्रामीणों ने श्रमदान कर दुरुस्त की सडक
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