चमोली : जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन व भू-धसवा की रोकथाम के लिये भू-वैज्ञानिकों की टीम ने सर्वेक्षण कार्य शुरु कर दिया है। टीम ने नगर के प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया।
बता दें, अक्टूबर 2021 में नगर के डाडों, नृसिंह मंदिर, मारवाडी, सिंहधार, मनोहर बाग, परसारी, रविग्राम और सुनील क्षेत्र में भूस्खलन व भू-धंसाव तेज हो गया था। जिस पर उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जोशीमठ के भूगर्भीय सर्वेक्षण के लिये अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी-प्रशासन, उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण की अध्यक्षता में टीम गठित की है।
आपदा प्रबंधन प्रधिकरण के अधिशासी निदेशक डा. पियूष रौतेला ने बताया जोशीमठ नगर में हो रहे भूस्खलन और भू-धंसाव को लेकर स्थलीय निरीक्षण कर कारणों का पता लगाया जा रहा है। कहा कि पहले दिन उन्होंने नगर के औली, सेमा, एनटीपीसी क्षेत्र, छावनी बाजार, विष्णुप्रयाग और औली रोड़ का स्थलीय निरीक्षण किया। कहा कि कारणों को जानने के बाद यहां किये जाने वाले सुधारीकरण कार्यों की योजना तैयार की जाएगी।
इस मौके पर अतुल सती, कमल रतूड़ी, नगर पालिका के अभियंता नितिन कुमार भी मौजूद थे।