उत्तराखंड में मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. उत्तराखंड में तेंदुए की बढ़ती संख्या राज्य सरकार के लिए भी मुसीबत का सबब बनती जा रही हैं. इसको लेकर के प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर एक बैठक की और कहा जिन आदमखोर जानवरों को पकड़ा जा रहा है. उन्हें प्रदेश के विभिन्न चिड़िया घरों में और रेस्क्यू सेंटर में भेजा जाए और प्रशिक्षित वन कर्मियों को इस पूरे ऑपरेशन में लगाया जाए. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसको लेकर फॉरेस्ट के अधिकारियों के दिशा निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ तौर पर कहा जिन आदमखोर जानवरों को पकड़ा जा रहा है. उनको पड़कर प्रदेश में बने विभिन्न चिड़ियाघरों में भेजा जाए. साथ ही रेस्क्यू सेंटरों में भेज कर उन्हें वहां रखा जाए. जो जानवर कहीं दूर दराज के जंगलों में छोड़े जा सकते हैं, उन्हें वहां छोड़ जाए. ताकि मानव वन्य जीव संघर्ष में तेजी से कमी आए प्रदेश में बढ़ता मानव वन्यजीव संघर्ष लोगों के लिए तो मुसीबत बन ही रहा है. अब लोगों का आक्रोश सरकार के प्रति भी देखने को मिल रहा है. इसको लेकर सीएम धामी नाराज दिखाई दिए .
‘सीएम धामी ने दिए अधिकारियों को निर्देश‘
उत्तराखंड में पिछले कुछ महीनों से लगातार मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. इसको लेकर लगातार सरकार के प्रति लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के विभिन्न इलाकों में गुलदार और लेपर्ड का आतंक देखने को मिल रहा है. जिसमें छोटे-छोटे मासूम बच्चों को इन जानवरों के द्वारा निशाना बनाया जा रहा है. इसको लेकर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर एक बैठक की जिसमें अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना था कि किसी भी हाल में मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए काम करना होगा.