उत्तराखंड की झोली में आए दो गोल्ड, 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मानसी नेगी ने तोड़ा नेशनल रिकॉर्ड

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देहरादून: 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार को उत्तराखंड की बेटी ने मानसी नेगी ने राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराया है. गोल्डन गर्ल नाम से फेमस चमोली जिले की एथलीट मानसी ने 10 हजार मीटर वाक रेस में नए नेशनल रिकार्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. इनकी उपलब्धियों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एथलीट को पदक जीतने पर बधाईयां देते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है. इसके साथ ही देहरादून निवासी हिमांशु कुमार ने कल 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की पांच किलोमीटर रेस अंडर 16 वॉक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है.

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि शाबाश बेटी मानसी ! 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 10 कि.मी. रेस वॉक प्रतिस्पर्धा में चमोली निवासी मानसी नेगी द्वारा नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम करते हुए स्वर्ण पदक जीतने पर हार्दिक बधाई। आपके उज्ज्वल भविष्य हेतु अनंत शुभकामनाएं!

मानसी के साथ ही सीएम ने देहरादून निवासी हिमांशु कुमार को 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की पांच किलोमीटर रेस अंडर 16 वॉक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई व शुभकामनाएं दी है एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.

उन्होंने बधाईयां देते हुए लिखा कि अपने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन से 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 05 कि.मी. रेस अंडर 16 वॉक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अर्जित करने पर देहरादून निवासी हिमांशु कुमार को हार्दिक बधाई. यह स्वर्ण पदक आपके परिश्रम और एकाग्रता का प्रतिफल है. आपके उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं.

असम में चल रही 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप

आपको बता दें कि असम के गुवाहाटी में 11 से 15 नवंबर तक 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है. अंडर-20 महिला वर्ग की दस हजार मीटर वाक रेस में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज एक्सीलेंस विंग की एथलीट मानसी नेगी ने स्वर्ण पदक उत्तराखंड की झोली में डाल दिया है. उन्होंने 47:30:94 मिनट में यह रेस पूरी कर नया नेशनल मीट रिकार्ड कायम किया है.

जानें मानसी नेगी के संघर्ष की कहानी

वो कहते हैं कोई भी कामयाबी खुद ब खुद नहीं मिलती इसके पीछे बहुत संघर्ष करना पड़ता है चमोली की रहने वाली मानसी नेगी की कहानी भी काफी संघर्षों से भरी है. जिले के दशोली विकासखंड स्थित मजोठी गांव की मानसी नेगी के पिता लखपत सिंह नेगी का पिछले साल निधन हो गया था. वह कोशियाल सैंण कस्बे में मोटर वर्कशाप चलाते थे. उन्हें छोटे से ही खेल की दुनिया में बहुत रूची थी. वे इस फील्ड में कुछ बड़ा हांसिल करना चाहती थी, लेकिन विषम परिस्थितियों में भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी. अपनी कड़ी लगन और महनत कर लगातार आगे बढ़ती रहीं. कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. पिता के निधन के बाद उनका पूरा पालन पोषण उनकी मां ने ही किया.

यह मानसी की पहली कामयाबी नहीं थी. वे पहले भी कई पदक अपने नाम कर चुकीं हैं. मानसी ने इसी साल जून महीने में गुजरात में आयोजित 20वीं नेशनल फेडरेशन कप जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 10 किमी रेस वॉकिंग स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था. वे 2018 से देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स एक्सलेंसी सेंटर में वॉकरेस का प्रशिक्षण ले रही हैं.

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