अगले पांच सालों में बदली जाएगी एक हजार स्कूलों की सूरत, जानें 22वें स्थापना दिवस पर CM धामी का फ्यूचर प्लान

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देहरादून: उत्तराखंड के 22वें स्थापना दिवस के मौके पर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित रेस कोर्स में एक कार्यक्रम के दौरान कई बड़ी घोषणाएं की है. उन्होंने राज्य के जीडीपी, संसाधनों के समुचित उपयोग और आय के स्त्रोतों को बढ़ाने सहित कई योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी.

स्थापना दिवस के मौके पर आज सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के रेस कोर्स में मुख्य कार्यक्रम और पुलिस परेड में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य का जीडीपी 2027 तक दोगुना किया जाएगा. राज्य के संसाधनों को समुचित उपयोग और आय के स्त्रोतों को बढ़ाते हुए सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाने के लिए सुझाव देने के लिए एक सलाहकार फर्म का चयन किया जाएगा.

इसके साथ ही सीएम ने कहा कि राज्य में ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने, निवेशकों को आकर्षित करने के लिए 3 माह के अंदर सरलीकृत जलविद्युत नीति और सौर ऊर्जा नीति को धरातल पर उतारा जाएगा.

बदली जाएगी एक हजार स्कूलों की सूरत

इसके साथ ही सीएम ने शिक्षा विभाग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण विस्तार करने और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रूपांतरण कार्यक्रम के अंतर्गत हर साल 200 विद्यालयों की कायाकल्प किया जाएगा. इसके साथ ही पांच सालों में एक हजार स्कूलों की सूरत बदली जाएगी.

अधिक मूल्य वाली फसलों के उत्पादन को बढ़ावा

सीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के तर्ज पर उत्तराखंड में भी कम मूल्य वाली फसलों की जगह अधिक मूल्य वाली फसलों के उत्पादन पर बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे फसल उत्पादकों की आए बढ़ाई जा सके. पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए नई पर्यटन नीति अगले तीन महीने के अंदर धरातल पर उतारी जाएगी. राज्य में पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए राज्य पशुधन मिशन की शुरुआत की जा रही है.

10 हजार महिला समूह को उद्यमी बनाने का लक्ष्य

सीएम ने अपनी घोषणा में कहा कि उत्तराखंड में आने वाले पांच सालों में 10 हजार महिला समूह को उद्यमी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके लिए कोई भी महिला और महिला समूह ग्रामीण इलाकों में छोटे उद्योग लगा पाएंगे.

आंदोलन और लोक संस्कृति का पुस्तकों में प्रकाशन

उन्होंने कहा कि राज्य के आंदोलन और लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को हमारी पाठ्य पुस्तकों में भी शामिल किया जाएगा.

मुख्यमंत्री चौपाल कार्यक्रम की होगी आरंभ

सीएम ने अपनी घोषणा में कहा कि नागरिकों के लिए तहसील स्तर की समस्याओं के समाघधान के लिए मुख्यमंत्री चौपाल कार्यक्रम की प्ररंभ किया जाएगा.

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