उत्तराखंड में मौसम बना आफत, रोकी गई हेमकुंड साहिब की यात्रा, श्रद्धालुओं को दी गई सुरक्षित स्थान पर ठहरे की हिदायत

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देहरादून: उत्तराखंड के मौसम ने करवट बदलकर एक ओर लोगों को गर्मी से राहत तो दे दी है, लेकिन अब चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को बारिश की मार झेलनी पड़ रही है. मौसम के हालात देखते हुए 20 मई से शुरू हुई सिक्खों के पवित्र धर्म स्थल श्री हेमकुंड साबिह की यात्रा को रोक दिया गया है. इसके साथ ही श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की सलाह दी गई है. इसके अलावा चमोली में बर्फबारी और बारिश के कारण हेमकुंड साहिब की यात्रा घांघरिया में रोक दी गई है. गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड साहिब में बीती रात से बारिश हो रही है. घांघरियां में करीब एक हजार 130 यात्री रोके गए हैं.

हालांकि इस बीच बदरीनाथ धाम की तीर्थ यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. आज गुरुवार सुबह बारिश के बीच ही तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए. वहीं केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में भी मौसम खराब है. सुबह बारिश का सिलसिला जारी है, जबकि हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी हो रही है.

इधर मसूरी शहर में हुई बारिश और तेज हवा से पेड़ गिर गया. कुछ देर के लिए मालरोड अवरुद्ध रही. पेड़ गिरने की सूचना पर मौके पर फायर रेस्क्यू की टीम पहुंची. रेस्क्यू टीम ने पेड़ को काटकर बंद माल रोड को खोला.

15,225 फीट ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब

बता दें कि हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के चमोली जिले में करीब 15 हजार 225 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इन क्षेत्र में पिछले 10 दिन से रुक-रुककर बारिश और बर्फबारी हो रही है. 20 मई से शुरू हुई श्री हेमुकंड साहिब यात्रा के तहत अभी तक हजारों श्रद्धालुओं ने सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं.

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