ऋषिकेश: हेमकुंड साहिब यात्रा का शुभारंभ करने पहुंचे मुख्यमंत्री और राज्यपाल के कार्यक्रम में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब प्रेमचंद अग्रवाल के मारपीट वाले मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर सुरेंद्र सिंह नेगी की पत्नी कुछ महिलाओं के साथ वहाँ पहुँची. पुलिस ने महिलाओं को सीएम से मिलने के लिए रोकने के काफी प्रयास किए. इसके बावजूद वे जबरदस्ती परिसर में घुसने की कोशिश करने लगी. नहीं मानने पर पुलिस ने बलपूर्वक महिलाओं को गुरुद्वारा परिसर से बाहर निकालकर जिप्सी में बैठाकर हिरासत में ले लिया है.
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और सुरेंद्र सिंह नेगी के चर्चित मारपीट वाले मामले में आज सुरेंद्र सिंह नेगी की पत्नी दमयंती देवी कुछ समर्थकों के साथ हेमकुंड गुरुद्वारे में पुष्कर सिंह धामी से मिलने पहुंची थी. इस दौरान पुलिस ने उन्हें सीएम से मिलने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद उनके साथ आयी महिलाओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई. बहुत ही मश्किलों के साथ पुलिस ने दमयंती देवी और उनके समर्थकों काबू किया. इसके बाद उन्हें पुलिस जीप में बैठाकर कोतवाली ले गई.
पत्नी ने लगाई पति के साथ न्याय की गुहार
इस दौरान दमयंती देवीर ने चीख-चीख कर कहा कि वह अपने पति से साथ हुई मारपीट के मामले में न्याय की गुहार लेकर सीएम से मिलने आई है. लेकिन, पुलिस ने उनके साथ ऐसा व्यवहार किया है जिसके बारे में कभी सोचा भी नहीं. देमयंती देवी ने कहा कि मारपीट वाले मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी अभी तक प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है. वह अपने पति को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी. कोतवाल खुशीराम पांडे ने बताया कि सभी महिलाओं को घर भेज दिया गया है.