ऋषिकेश नगर निगम के दो पार्षदों के बीच तनातनी, सुलह समझौते में जुटा निगम

Advertisement

ऋषिकेश: नगर निगम ऋषिकेश क्षेत्र में दो पार्षदों के बीच अहम की लड़ाई देखने को मिल रही है. नगर निगम द्वारा इंदिरा नगर क्षेत्र में एक पार्षद के आवास का बोर्ड लगाया जाता है. लेकिन वहीं रह रहे दूसरे पार्षद को यह बात अच्छी नहीं लगती और बोर्ड को वहां से हटा दिया जाता है.

दरअसल, 2 मार्च के दिन नगर निगम की टीम इंद्रा नगर पहुंची. जहां वार्ड नंबर 39 नेहरू ग्राम के पार्षद जगत सिंह के निवास का बोर्ड लगाया गया. लेकिन आरोप है कि थोड़ी देर बाद वार्ड नंबर 38 इंदिरा नगर के पार्षद राजेंद्र बिष्ट द्वारा उस बोर्ड को वहां से हटा दिया गया. जिससे नाराज पार्षद जगत सिंह ने इसकी शिकायत मुख्य नगर आयुक्त से करते हुए उक्त पार्षद के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की है.

पार्षद जगत सिंह का कहना है कि 13 फरवरी को भी निगम द्वारा यहां बोर्ड लगाया जा रहा था. लेकिन तब भी बोर्ड नहीं लगने दिया गया था. 2 मार्च को भी निगम की टीम ने बोर्ड लगवाया, जो पार्षद राजेंद्र बिष्ट द्वारा उखाड़ दिया गया.

उन्होंने कहा कि बार-बार निगम से कहे जाने के बाद भी निगम कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है. कहा कि मामला सीधा सीधा सत्ता पद के दुरुपयोग का है, क्योंकि पार्षद राजेंद्र बिष्ट बीजेपी से आते हैं.

मामले में राजेंद्र बिष्ट कहते हैं कि सभी गलियों के बाहर गली नंबर के बोर्ड लगे हैं. उनकी गली के बाहर भी गली नंबर 4 का बोर्ड लगना था. लेकिन गली नंबर की बजाए पार्षद जगत सिंह नेगी के नाम का बोर्ड लगाया जा रहा है, जो ठीक उनके घर के सामने लग रहा है, जो गलत है. उन्होंने कहा कि नाम का बोर्ड लगाना निगम के पैसों की फिजूल खर्ची है.

मुख्य नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल का कहना है कि इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाकर सुलह समझौता करने की बात कही गई है. ऐसा ना होने पर सहायक अभियंता को मामले की जांच सौंपी जाएगी.

Previous articleअंतरराष्ट्रीय योग दिवस: क्या है टैरो कार्ड का आपके जीवन में महत्व, देखें video
Next articleअंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर छात्राओं ने दिखाया अपना हुनर