ऋषिकेश: गंगा किनारे स्थित एक सुंदर कैफे सुबह-सुबह जलकर राख हो गया. इस हादसे में करीब 12 लाख का नुकसान बताया जा रहा है. वहीं कैफे मालिक ने इस कैफे को षड्यंत्र के तहत जलाने का आरोप लगाया है.
कैफे मालिक तरुण विश्वास ने बताया कि लॉकडाउन के बाद जनवरी 2021 में उन्होंने अपने पिताजी के नाम से कैफे शुरू किया था. जिसका नाम उन्होंने नारायण कैफे रखा था. बुधवार सुबह अचानक लगभग 5 बजे किसी ने उन्हें बताया कि उनके कैफे में आग लग गई है.
इसके बाद वे कैफे पहुंचे, जहां उन्होंने और उनके साथियों ने आग को बुझाने का प्रयास किया। साथ ही तुरंत अग्निशमन विभाग को भी जानकारी दी. तरुण ने बताया कि अग्निशमन दल की गाड़ी करीब 1 घंटे बाद पहुंची, तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था.
उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि उनके कैफे को किसी के द्वारा जलाया गया है. उन्होंने कहा कि यहां कोई शॉर्ट सर्किट नहीं हुआ है. अगर शॉर्ट सर्किट होता तो पूरे घर का होता, जिसको लेकर उनके द्वारा पुलिस में शिकायत भी की गई है. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है.
तरुण कहते हैं कि इस आग में उनके करीब 12 लाख रुपए राख हो चुके हैं. उनके पिताजी के जाने के बाद उनकी मां ने फूलों का काम शुरू किया था. जिस की कमाई जोड़ जोड़ कर ही इस कैफे को बनाया था. उन्होंने कहा कि जिसने भी यह काम किया है, वह इंसान कहलाने योग्य नहीं है. उन्होंने पुलिस से भी न्याय की गुहार लगाई है.
वहीं जांच में जुटी पुलिस का कहना है कि मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा शिकायत की गई है. आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. अगर इस मामले में कोई आरोपी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.