ऋषिकेश: लॉकडॉउन के बाद पहली बार हुई नगर निगम ऋषिकेश की बोर्ड बैठक हंगामेदार रही. जिसके बाद मेयर अनीता ममगाई को बोर्ड बैठक स्थगित करनी पड़ी. अब अगली बोर्ड बैठक 21 मार्च रविवार के दिन सुबह 11 बजे आयोजित की जाएगी.
इस बोर्ड बैठक में कुल मिलाकर 51 प्रस्तावों पर चर्चा होनी थी. लेकिन पहले और दूसरे प्रस्ताव में ही सदन में जोरदार हंगामा हो गया. पहला प्रस्ताव विशेष प्रस्ताव के तौर पर रखा गया. जिसमें नगर निगम ऋषिकेश का वार्षिक बजट साल 2021-22 पर चर्चा के लिए रखा गया. जिसे बजट का ब्यौरा ना मिलने के कारण पार्षदों ने इस प्रस्ताव को अगली बैठक के लिए स्थगित करने की मांग रखी.
दूसरा प्रस्ताव योग नगरी ऋषिकेश शहर को ऑरेंज सिटी बनाने के लिए था. जिसमें कहा गया कि संत नगरी ऋषिकेश को संत महात्माओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए नारंगी रंग से संवारा जाएगा. इसके बाद इसे ऑरेंज सिटी के रूप में घोषित किया जाएगा.

इसके तहत नगर निगम ऋषिकेश क्षेत्र के सरकारी बिल्डिंगों को नारंगी रंग से रंगा जाएगा. साथ ही तमाम साइन बोर्ड और लाइटों में भी नारंगी रंग दिया जाएगा. जिस पर पार्षदों द्वारा शहर को भगवा रंग देने का प्रयास कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया.
मौके पर वोटिंग की बात भी हुई, लेकिन वोटिंग नहीं हो पाई. जिसके बाद कांग्रेस और भाजपा के कुछ पार्षदों द्वारा बैठक का बहिष्कार कर दिया गया.
हंगामे के चलते नगर निगम मेयर द्वारा बैठक को स्थगित कर दिया गया. 21 मार्च को अगली बैठक होगी। तब तक सभी प्रस्ताव यथावत रहेंगे.
मेयर अनीता ममगाई ने कहा कि ऋषिकेश शहर संतों का शहर है. ऐसे में ऋषिकेश शहर को नारंगी रंग के रूप में सवारने का प्रस्ताव रखा गया है. जो लोग इसे पार्टी विशेष के रंग से जोड़ रहे हैं, उन लोगों की मानसिकता पर मुझे अफसोस है.