चमोली आपदा: अब तक 26 शव बरामद और 197 लोग लापता, रेस्क्यू जारी

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देहरादून : उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया।  आपदा के पश्चात लापता हुए लोग अब वापस आकर अपनी उपस्थिति की सूचना दे रहे हैं। अबतक के राहत और बचाव कार्य के दौरान चमोली जिला पुलिस ने अब तक 26 शव मिलने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि अभी तक 202 से अधिक लोग लापता  थे, जिसमें से पांच लोग खुद वापस आए हैं। रात में भी बचाव कार्य जारी रहा। नुकसान का आकलन जारी है।

सुबह तड़के चार बजे से एक बार फिर बचाव कार्य शुरू हो गया है। सुरंगों के पास से मलबा हटाया जा रहा है। माना जा रहा है कि इनमें काफी लोग फंसे हुए हैं। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है। राज्य सरकार 4 और केंद्र सरकार 2 लाख रुपये की सहयोग राशि देगी। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं। वैश्विक नेताओं ने घटना पर गहरा दुख जताया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने आवश्यकता होने पर मदद करने की पेशकश की है। 

  • सोमवार देर रात तक 202 लापता लोगों में से 05 लोगों ने स्वयं की उपस्थिति रिपोर्ट दर्ज की ।
  • इस प्रकार अब कुल लापता लोगों की संख्या हुई 197 हो गयी है
  • उपरोक्त 197 के आंकड़े में से सम्भावित 35 लोग टनल में है , जिनका रेस्क्यू अभियान जारी है।
  • अभी तक 26 लोगों के शव SDRF एवं अन्य राहत बलों द्वारा अलग-अलग स्थानों से बरामद किये हैं।
  • लापता मजदूरों यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और पंजाब के रहने वाले हैं.
  • आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के लिए शासन ने सोमवार को एसडीआरएफ मद से चमोली जिलाधिकारी को 20 करोड़ रुपये जारी किए। इस धनराशि से जानमाल के नुकसान की भरपाई होगी।
  • सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तपोवन में देर शाम आईजी, डीआईजी, डीएम, एसपी, आर्मी, आईटीबीपी, बीआरओ के वरिष्ठ अधिकारियों और एनटीपीसी के प्रोजेक्ट अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। साथ ही डीएम को समय-समय पर मीडिया को ब्रीफिंग करने के निर्देश दिए जिससे भ्रामक और गलत खबरें न फैले।

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