नरेंद्र नगर: यह लड़ाई किसी को विधायक बनाने की नहीं, नरेंद्र नगर के सपनों की लड़ाई है. इस बार नरेंद्र नगर विधानसभा चुनाव में लड़ाई सत्ता के उस बपौतीपन के खिलाफ है, जो किसी एक व्यक्ति की नहीं होनी चाहिए. यह लड़ाई जनता को पानी, बिजली, अच्छे स्कूल, अस्पताल , मोबाइल टॉवर व रोजगार से वंचित रखने की है.
लड़ाई सत्ता को दारू और पैसों से बेचने वालों के खिलाफ है. ये समस्याएं बेहद ही गंभीर है, इनके समाधान के लिए हम सबको ही सोचना होगा..
जनता से मेरी विनम्र अपील….
इस बार आप वोट पैसो और दारू से सत्ता खरीदने वालों को नहीं बल्कि उसे दें जो आपकी समस्याओं को समझता है और उसे पूरा करने की नियत रखता हो.
ठगों को वोट मत करना…
ऐसे लोगों को भी कभी वोट मत करना जो अपनी पार्टी में सालों साल रहते हैं, फिर टिकट न मिलने पर अपनी पार्टी के ख़िलाफ़ खड़े हो जाते हैं. जो अपनी पार्टी के सगे नहीं वो जनता के क्या ही सगे होंगे.
अंत में यही कहूंगी कि इस विधानसभा चुनाव में सपोर्ट उसी का करें, जो आपको व आपके बच्चों को बहेतर वर्तमान और भविष्य दोनों देने के लिए पहली बार बड़े-बड़े नेताओं के सामने चुनाव लडने की हिम्मत कर रहा है. क्योंकि फिर बदलाव का चांस अगले 5 साल बाद मिलता है.
आदरणीय अटल जी कहते थे कि पार्टी नहीं देश मायने रखता है, वह कहते थे कि उनके लिए पार्टी नहीं देश बड़ा है और आदरणीय इंदिरा जी भी उनकी इस बात का समर्थन करती थी.
इसलिये हम सब के लिए नरेंद्र नगर पहले और पार्टी बाद में होनी चाहिए. हमें दल नहीं सामने वाले का दिल और नियत देखनी चाहिए.