ऋषिकेश: कहते हैं कि नर की सेवा में ही नारायण की सेवा होती है, इसी वाक्य को अपने जीवन का मंत्र बना चुके हैं गंगा पुत्र के नाम से प्रसिद्ध वरुण जुनेजा. आज तीर्थ नगरी ऋषिकेश के घाटों और पिछड़े इलाकों में वरुण जुनेजा बिस्कुट वाले भैया के नाम से भी जाने जाते हैं.
आपको बता दें कि पिछले 2 सालों से वरुण और उनकी संस्था मां अन्नपूर्णा सेवा ट्रस्ट हर रोज कम से कम 250 से 300 लोगों को लगातार भोजन करवा रही है.
कोविड काल में जब हर कोई अपने घरों में अपनी अपने परिवार की सुरक्षा कर रहा था, ऐसे समय में वरुण और उनकी संस्था लोगों का पेट भर रहे थे. पिछले 2 सालों में अब तक संस्था द्वारा 35 से 40 हजार राशन के पैकेट वितरित किए जा चुके हैं.
इसके साथ ही 70 परिवारों की देखभाल की जिम्मेदारी भी वरुण और उनकी संस्था बखूबी निभा रही है. बेटियों के सशक्तिकरण के लिए वरुण और तारिणी आर्थिक रूप से कमज़ोर बच्चियों को अच्छी शिक्षा देने के लिए शक्ति स्कूल भी चलाते हैं, जहां पर वर्तमान में 100 से अधिक बच्चियां शिक्षा ले रही हैं.
वरुण कहते हैं कि 2 साल पहले हमने लोगों की सेवा करने के लिए मां अन्नपूर्णा सेवा ट्रस्ट की शुरुआत की थी. जिसे उन्होंने, रामदास और तारिणी ने शुरू किया था. वे कहते हैं कि उन्हें लोगों की सेवा करने में आनंद आता है और मां गंगा की प्रेरणा से ही वे यह सारे काम करते हैं.
बता दें कि वरुण जुनेजा हाईली एजुकेटेड हैं और भारत के ट्रेड फाइनेंस क्षेत्र में एक अच्छा नाम रखते हैं. वरुण जैसे लोगों से अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेकर सेवा के क्षेत्र में आगे आना चाहिए, तभी सच्चे अर्थों में नारायण की सेवा हो पाएगी.