पौड़ी: देवप्रयाग स्थित देवताओं की कोठी ( गांव) में आयोजित शतचंडी महायज्ञ कार्यक्रम को पांच दिवस पूरे हो चुके है. इस दौरान हर रोज 3 से 5 हजार की संख्या में भक्त इस उत्सव में हिस्सा ले रहे हैं. इस महायज्ञ में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए कई गांव के लोग भी बड़ी संख्या में कोठी गांव पहुंच रहे हैं. जिनके भोजन प्रसाद की व्यवस्था भी कोठी गांव में ही संपन्न की जा रही है.
इस आयोजन में दैनिक प्रातः कालीन एवं संध्याकालीन देव पूजा के साथ-साथ देवी भागवत कथा आचार्य भास्कर जोशी द्वारा श्रवण करवाई जा रही है. मंगलवार को नवनिर्मित हनुमान मंदिर में बाल स्वरूप हनुमान की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. जिसमें बड़ी संख्या में ग्राम वासियों ने मिलकर भजन गाकर उत्सव मनाया.
इसके साथ ही बुधवार को गांव के नाग राजा मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति की भी स्थापना हुई. ऐसे ही अगले चरणों में हनुमान मंदिर के समीप भगवान शंकर की मूर्ति स्थापना, देवी चंद्रबदनी और भुवनेश्वरी देवी की भी मूर्तियों की स्थापना की जायेगी.
बता दें कि इस देव उत्सव कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों में रह रहे कोठी वासी पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही कोठी गांव की बेटियां भी अपने ससुराल से अपने मायके कोठी गांव पहुंच रही हैं. कई सालों बाद या ऐसा अवसर है, जब सभी लोग एक दूसरे से मिल रहे हैं और गांव आबाद नजर आ रहा है.
वही रात के समय ढोल दमाऊ द्वारा मंडयान पर कई देवी-देवताओं के साक्षात दर्शन भी हो रहे हैं. इस दौरान ग्राम देवताओं और पंच देवताओं द्वारा गांव में खुशहाली लाने के लिए उपाय भी बताए जा रहे हैं.
इस दौरान दौरान कार्यक्रम मुकेश कोटियाल, जयप्रकाश ध्यानी, अंकित ध्यानी, हमेला सिंह रावत, शांति प्रसाद ध्यानी, सुशील प्रसाद ध्यानी, कीर्ति भट्ट, सुबोध बलूनी, भगवती प्रसाद ध्यानी, पृथ्वीराज ध्यानी,राहुल ध्यानी, दिनेश ध्यानी, दयाल सिंह, धर्म सिंह, मेहरबान सिंह सहित सम्पूर्ण ग्रामवासी तथा युवक मंगल दल विशेष भूमिका में हैं.