भ्रष्ट अफसर के खिलाफ धामी सरकार की कड़ी कार्रवाई, नैनीताल के इंजीनियर को किया सस्पेंड, एक दूसरे पर हमलावर हुई ये पार्टियां

Advertisement

बागेश्वर: एक ओर उत्तराखंड अभी भर्ती में हुए घोटालों से उभरा भी नहीं है तो वहीं अब एक और भ्रष्ट अफसर धामी सरकार की रडार पर आ गया है. लघु सिंचाई नैनीताल के अधिशासी अभियंता जीडी सिंह अधिकारी पर आरोप है कि उनकी ओर से बागेश्वर में तैनाती के दौरान बिना गुल निर्माण के लाखों रुपए का गबन किया गया है. इस बड़े घोटाले में जीडी सिंह को सस्पेंड करने की तैयारियां चल रही हैं. वहीं दूसरी ओर इस मामले में कांग्रेस पार्टी और भाजपा पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है.

कांग्रेस हुई हमलावर

इस पूरे मामले पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस सरकार पर हमलावर नजर आ रही है. कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री मथुरादत्त जोशी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है और जीरो टॉलरेंस की बात मात्र एक दिखावा है, जिससे जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है.

भाजपा ने भी दिया तगड़ा जवाब

वहीं भाजपा के प्रवक्ता विनोद सुयाल के अनुसार भारतीय जनता पार्टी किसी भी भ्रष्टाचारी को रियायत नहीं देती. उन्होंने कहा कि चाहे UKSSSC में की गई कार्रवाई की बात की जाए या तमाम भ्रष्टाचारी अधिकारियों को सस्पेंड करने की भारतीय जनता पार्टी ने किसी पर भी रियायत नहीं बरती है.

उन्होंने कहा कि इस घोटाले को लेकर प्रशासन और विभागीय जांच की गई थी, जिसमें साबित हो चुका है कि जीडी सिंह पर लगे सभी आरोप सहीं है. इस मामले में कार्रवाई के लिए तत्कालीन डीएम बागेश्वर रंजना राजगुरु ने शासन को पत्र लिखा था. लघु सिंचाई नैनीताल के अधिशासी अभियंता जीडी सिंह की, अधिकारी पर आरोप है कि बागेश्वर में तैनाती के दौरान कांडा में बिना गुल निर्माण के लाखों रुपए का गबन इनके द्वारा किया गया है. अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई नैनीताल जीडी सिंह को शासन ने चार्जशीट भेजी.

जीडी सिंह के घोटालों का खुलासा

इस घोटाले के अंतर्गत बागेश्वर जांच की रिपोर्ट को दबाकर जीडी सिंह को लघु सिंचाई चीफ ने प्रमोशन दिया था. प्रमोशन के बाद हल्द्वानी के ईसाईनगर में भी बिना गूल निर्माण के लाखों का घोटाला किया गया. सिंह पर नैनीताल में वर्तमान तैनाती के दौरान भी बड़े पैमाने पर बिना काम के फर्जी भुगतान के आरोप लगे हैं.

सोशल ग्रुप्स में समाचार प्राप्त करने के लिए निम्न समूहों को ज्वाइन करे.
Previous articleधर्मनगरी में अखाड़े के संतों के बीच हुई हाथापाई, आमने सामने आए दो गुट
Next articleUKPSC के इन पदों के लिए अच्छी खबर, अभ्यार्थियों को दी गई बड़ी राहत