कुत्ते की मौत पर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, जाने क्या है अजीब ग़रीब मामला

Advertisement

देहरादून: एक ओर देश में लगातार हो रहे कुत्तों के हमलों की खबर सामने आ रही है. वहीं शहर में भी एक कुत्तों से जुड़ा अजीबोगरीब मामला सामने आया है. इसे सुनकर आप भी आश्चर्यचकित रह जाएंगे. इस मामले के अंतर्गत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

वैसे तो आपने बहुत क्राइम थ्रिलर देखे होंगे, जिनमें आरोपी पहले किसी की हत्या करता है और उसके बाद सबूत को मिटाने के लिए लाश गायब कर देता है. इसके बाद आखिर में आरोपी पकड़ा जाता है. वहीं देहरादून में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पर पांच लोग एक हत्या करते हैं और उसके बाद सबूत मिटाने के लिए उसकी लाश को दफना देते हैं. लेकिन, यहां पर यह मामला किसी आदमी के साथ नहीं बल्कि, एक कुत्ते के साथ जुड़ा है.

जानें क्या है पूरा मामला-

देहरादून में आईबीटी परिसर के भीतर एक सफेद रंग के कुत्ते की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया था. इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इन पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इन पर आरोप है कि उन्होंने आईएसबीटी परिसर के भीतर कुत्ते की पहली बेरहमी से हत्या की और उसके बाद सबूत नष्ट करने की नियत से कुत्ते की लाश को परिसर में ही दफना दी.

कुत्ते की हत्या और शव को दफनाए जाने की सूचना जैसे ही पशु प्रेमी राजकुमार सूरी को लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी. पुलिस में शिकायत करने के बाद राजकुमार सूरी से सबूतों के बारे में पूछा गया. इसके बाद कुत्ते की लाश को बरामद किया गया.

इस पर पशुप्रेमी राजकुमार सूरी का कहना है कि इस पूरे मामले में उन्हें पुलिस का पूरा साथ मिला है. इसके अलावा को सीटी, भास्कर शाह ने बताया की कुत्ते के शव को बरामद करके पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया है.

बता दें कि कुत्ते की हत्या के मामले में मुकदमा का यह पहला मामला राजकुमार सूरी के सामने नहीं है. इससे पहले भी वह एक मामले में कुछ लोगों को सजा दिलवा चुके हैं. इसलिए उन्हें इस बार भी उम्मीद है कि जिस तरीके से बेजुबान जानवर की हत्या की गई है उसके हिसाब से इस मामले भी आरोपियों को सजा होगी.

सोशल ग्रुप्स में समाचार प्राप्त करने के लिए निम्न समूहों को ज्वाइन करे.
Previous articleआखिर मौन व्रत पर क्यों बैठे पूर्व सीएम हरीश रावत, भाजपा सरकार पर लगाए बड़ा आरोप
Next articleआश्रमों की खरीद-फरोख्त से नाराज हुआ संत समाज, उत्तराखंड सरकार से रासुका और गुंडा एक्ट लगाने की मांग