हरिद्वार: रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर गंगा घाट पहुँचे रूसी, लगाई गुहार

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हरिद्वार: भारत के साथ-साथ गंगा मां के प्रति आस्था विदेशों में भी बढ़ती जा रही है. उनकी यह आस्था उन्हें सात समंदर पार तक ले आई है. रूस से 24 सदस्यों की टीम 16 दिनों से भारत भ्रमण करने के लिए यहां आई हुई है. इस दौरान यह टीम हरिद्वार के लोधी घाट पहुंच गई. आश्चर्य की बात यह है कि उनकी आस्था उन्हें यहां मां गंगा की पूजा और यज्ञ करने के लिए खींच लाई. वे रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध की शांति की कामना के साथ मां गंगा के दरबार पहुंचे हैं.

दरअसल रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 1 साल पूरा होने वाला है. युद्ध से दोनों मुल्कों की आवाम डरी–सहमी है. इस युद्ध में हजारों नागरिक अपनी जान गवा चुके हैं. उनकी आत्मा की शांति के लिए रूस से आई 24 सदस्यों की टीम ने यहां अनुष्ठान किया.

गुरुवार को तीर्थ पुरोहित और ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपुरी ने कनखल स्थित राजघाट (लोधिघाट) पर रूस से पहुंचे 24 सदस्यीय दल के लोगों को गंगा घाट पर यज्ञ कराया. दल में शामिल लोगों ने गंगा घाट पर आहुति दी और विश्व मे शांति की कामना की.

इस दौरान प्रतीक मिश्रपुरी ने बताया कि विश्व में शांति के लिए और रूस-यूक्रेन युद्ध पर विराम की गंगा से प्रार्थना की गई. गंगा घाट पर पूजा, यज्ञ और अनुष्ठान का पूर्ण आहुति के साथ समापन हो गया. दल में शामिल लोग रशिया में विभिन्न कार्य करते है. दल में डॉक्टर्स और इंजीनियर शामिल है. यूरोप में युद्ध के कारण सभी लोग परेशान है.

दल में शामिल लोगों का मानना है कि भारत शांति प्रिय देश है और गंगा इन लोगों को शांति प्रदान कर सकती है. इन लोगों को ज्योतिष का ज्ञान है. इनको मालूम है कि ग्रह सही नहीं चल रहे है. इस कारण भी अनुष्ठान किया गया है.

दल के साथ मॉस्को से हरिद्वार पहुंची महिला डॉक्टर डारीवा सेवेलोवा का कहना है कि वह भारत अपने देश के लिए प्रार्थना करने पहुंची है. गंगा से रूस–यूक्रेन युद्ध शांति की प्रार्थना की है. हरिद्वार से पहले ऋषिकेश और बैंगलोर में रुके थे. शिवरात्रि का पर्व सबके साथ धूमधाम से मनाया था.

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