बड़ी खबर: चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों पर अब GPS लगाना होगा अनिवार्य, वाहन स्वामियों को झटका

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देहरादून: प्रशासन की ओर से चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरे जोरों पर हैं. इस बीच परिवहन विभाग की ओर से नई गाईडलाइन जारी की गई है. जिसके तहत अब चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस (वीएलटीएस) लगाना अनिवार्य किया गया है. परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी है.

परिवहन मंत्री की प्रेस कॉन्फ़्रेंस

वाहनों में अनिवार्य किया गया वीएलटीएस

मंत्री ने चारधाम यात्रा के संदर्भ में वीएलटीएस/जीपीएस व दुर्घटना राशि के संबंध में जानकारी दी उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस (वीएलटीएस), जिसे आम बोलचाल में जीपीएस कहा जाता है, लगाना अनिवार्य होगा. परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने परिवहन कंपनियों के साथ बैठक में स्पष्ट किया कि यात्रियों के साथ ही वाहन की सुरक्षा के लिए भी यह बेहद जरूरी है.

बैठक में बताया गया कि व्यावसायिक वाहनों का यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड तभी बनेगा, जब वाहनों में जीपीएस लगा हो. आगे बताया गया कि सब लोग 31 मई तक कमर्शियल वाहनों में अपना जीपीएस लगा ले. जो व्यक्ति का 31 मई तक अपने वाहनों में जीपीएस नहीं लगाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

रोडवेज बसों को दिए निर्देश

बैठक में रोडवेज बसों के लिए भी निर्देश जारी किए गए. इसे लेकर बयाता गया कि रोडवेज की बसों में दुर्घटना से यदि किसी की मौत हों जाती हैं तो उसे सात लाख की सहायता धनराशि परिवहन मंत्रालय द्वारा दी जाएगी. मजिस्ट्रेट जांच की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी और यहां सहायता मिलने में कोई भी विलंब नहीं होगा. आज से ग्रीन कार्ड बनने भी शुरू हो जाएंगे. पिछले साल 200 ग्रीन कार्ड बनाए गए थे. सरकार के द्वारा पर अब तक केवल 20 ग्रीन कार्ड ही बन पाए हैं.

पांच लाख प्रदेश में 2019 के बाद सभी वाहनों में कंपनियां जीपीएस लगाकर दे रही हैं. 2019 से पूर्व के वाहनों में वाहन स्वामियों को इसे लगाना है. उन्होंने साफ किया कि यात्रा में किराया बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी.

आपके बात दें कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल यानि आखातीज से शुरू होने जा रही है. इसे लेकर प्रशासन की ओर से लगातार तैयारियां की जा रही है. यात्रा में जाने के लिए अब तक 12 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं.

नाराज़ चल रहे थे परिवहन स्वामी

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले परिवहन स्वामी अपनी गाड़ियों में GPS लगाने के विरोध में परिवहन मंत्री चंदन रामदास से मिले थे और उन्हें GPS ना लगाने को लेकर गुहार लगायी थी.

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