ऋषिकेश: रायवाला ग्राम पंचायत के प्रधान सागर गिरि के ऊपर गाज गिरी है. उन्हें डीएम ने चुनाव में गलत जाति प्रमाण-पत्र पेश करने पर पद से हटाने के आदेश दिए हैं. वहीं बर्खास्त हुए प्रधान ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताया है.
डीएम सोनिका ने रायवाला के ग्राम प्रधान सागर गिरि का जाति प्रमाण-पत्र निरस्त कर दिया है. यह कार्रवाई रायवाला ग्राम पंचायत निवासी राम बहादुर क्षेत्री की शिकायत और स्क्रूटनी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर की गई है. जिलाधिकारी के निर्देश पर उन्हें पद से हटा दिया गया है. इसके बाद अब उप चुनाव होने तक उप प्रधान जयानंद डिमरी को कार्यभार संभालने के निर्देश दिए गए हैं.
सागर गिरि पर थे ये आरोप
सागर गिरि पर आरोप था कि उन्होंने पंचायत चुनाव के दौरान गलत जाति प्रमाण-पत्र बनावकर अपने कागजातों के साथ लगाए थे. गलत कागजात के आधार पर वह आरक्षित सीट पर ग्राम प्रधान बनाए गए थे.
राजनीतिक दबाव के चलते की गई कार्रवाई!
वहीं इस कार्रवाई पर हटाए गए प्रधान सागर गिरि का कहना है कि जिलाधिकारी का यह आदेश एक तरहफा कार्रवाई है. यह औरोवेली आश्रम की सीलिंग भूमि पर कब्जे और भू-माफिया के खिलाफ चलाई गई मुहिम का नतीजा है. उनका कहना है कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव के कारण की गई है. बात रही जाति प्रमाण-पत्र की तो यह मामला उच्च न्यायालय में पहले से ही विचाराधीन है. उन्होंने कहा कि इस मामले में उनपर पहले भी काफी प्रेशर बनाया गया था. उन्हें भू माफिया के द्वारा कई बार झुकाने की कोशिश की गई. उन्होंने आगे कहा कि कभी किसी भू-माफिया या राजनीतिक पार्टी के सामने नहीं झुकेंगे वे केवल अपनी जनता के सामने ही झुकेंगे. वे इस मामले के खिलाफ आगे तक जाएंगे.