रानीखेत: राजकीय उद्यान चौबटिया को उत्कृष्ता केंद्र के रूप में तैयार किया जा रहा है. पंडित दिन दयाल उपाध्याय राजकीय उद्यान चौबटिया को डच गवर्नमेंट (नीदरलैंड) के सहयोग से एक्सीलेंस सेंटर (उत्कृष्टता केंद्र) के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसे लेकर आज नीदरलैंड के वैज्ञानिको ने उद्यान का भ्रमण किया.
इस दौरान नीदरलैंड से आए वैज्ञानिकों ने क्षेत्रीय काश्तकारों और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के प्रतिनिधियों से बात-चीतकर उनके सुझाव लिए. इसके साथ ही एक्सीलेंस सेंटर से क्षेत्रीय काश्तकारों को होने वाले लाभ से भी रुबरु कराया गया.
स्थानीय काश्तकार को मिलेगा बढ़ावा
इस अवसर पर उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर बी के गुप्ता ने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के संबंध में शीघ्र विस्तृत कार्य योजना तैयार कर भारत सरकार को प्रस्तुत की जाएगी. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के बनने से स्थानीय काश्तकार लाभान्वित होंगे. इसके अंतर्गत किसानों के प्रशिक्षण केंद्र की भी स्थापना की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि राजकीय उद्यान चौबटिया को उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित किए जाने से उद्यान एवं क्षेत्रीय काश्तकारों को लाभ मिलेगा.
वैज्ञानिकों ने की काश्तकारों की प्रशंसा
उद्यान भ्रमण के दौरान ब्रिज विधि की ओर से तैयार की गई सेब की विभिन्न प्रजातियों की जानकारी दी गई. इसके साथ ही चौबटिया उद्यान में ग्राफ्टिंग द्वारा तैयार किए जा रहे सेब, खुबानी, चेरी, आडू, नाशपाती जैसे अन्य फलों की नवीनतम पौधों की जानकारी दी गई. नाशपाती के नवीनतम प्रजाति के बारे में भी बताया गया. उद्यान भ्रमण के दौरान नीदरलैंड और भारत सरकार से आए वैज्ञानिकों ने चौबटिया उद्यान में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की.
काश्तकारों को मिलेगी नई तकनीकों की जानकारी
इसके साथ ही यहां कई जिलों से आए काश्तकारों ने एक्सीलेंस सेंटर को लेकर अपनी-अपनी राय रखी. रामगढ़ से आए उद्यान पंडित विक्रम सिंह ने कहा कि चौबटिया उद्यान में एक्सीलेंस सेंटर खुलने से काश्तकारों को नई-नई तकनीकों के बारे में जानकारी मिल पाएगी और उत्तम किस्म के पौधे उपलब्ध होंगे. भारत सरकार का यह स्वागत योग्य कदम है.
इस अवसर पर भारत सरकार से डॉक्टर तरन्नुम, इंडो डच सरकार से मार्क्स स्लोकास सहित डॉक्टर सुरभि पांडे, मुख्य उद्यान अधिकारी सतीश कुमार शर्मा, प्रधान सहायक नारायण सिंह, मोहन सिंह रौतेला, कैलाश पुजारी, भूपाल सिंह बिष्ट, भुवन चंद्र आर्य सहित कई काश्तकार और अधिकारी मौजूद थे.