चमोली: कुछ ही महीनों में सिखों के पवित्र धर्मस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने जा रहे हैं. इससे पहले यहां जाने वाले रास्ते में चारो ओर बर्फ की चादर ढकी हुई है. यहां का मौसम भी सर्द बना हुआ है. जहां तक नजर जा रही है वहां तक केवल बर्फ की चादर दिखाई दे रही है.
फरवरी के महिने में हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी यात्रा पड़ाव घांघरिया के मार्ग पर भारी भर्फबारी हुई है. बर्फबारी के चलते हेमकुंड यात्रा पड़ाव घंगरिया में 3 से 4 फीट बर्फ जमी हुई है.
हेमकुंड साहिब सिखों का पवित्र धार्मिक स्थल है जो उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में है. यहां देश-विदेश से हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. हेमकुंड साहिब समुद्र तल से 4,329 मीटर की ऊंचाई पर है. यहां साल में 7-8 महीने बर्फ जमी रहती है और मौसम बहुत ही सर्द बना रहता है.
हेमकुंड के किनारे सिखों का प्रसिद्ध गुरुद्वारा है. सड़क मार्ग से हेमकुंड जाने के लिए आपको ऋषिकेश–बदरीनाथ मोटर मार्ग से जाना पड़ता है. यहां जाने के लिए श्रद्धालुओं को पांडुकेश्वर से दो किलोमीटर पहले गोविंद घाट में उतरना पड़ेगा. इसके बाद गोविंद घाट से लगभग 20 किलोमीटर से ज्यादा पैदल यात्रा करनी पड़ती है.