देहरादून: उत्तराखण्ड के पारम्परिक भोजन को पहचान व बाज़ार दिलाने के लिये हिमालय पर्यावरण जड़ी बुटी एग्रो संस्थान “जाड़ी” द्वारा वर्ष 2021 को गढ़ भोज के रूप मे मनाया जा रहा है। जिसका शुभारंभ शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने राजपुर रोड़ स्थित बालिका इंटर कालेज मे अयोजित कार्यक्रम मे किया।
गढ़भोज वर्ष 2021 अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर विधनसभा अध्यक्ष द्वारा दाल के पकोड़े बना कर अभियान का शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पारंपरिक फसलों के आधार पर तैयार किये गए भोजन को बाज़ार उपलब्ध होना चाहिए। साथ ही अपने दैनिक जीवन में भी लोगों को इस भोजन को लेना चाहिए। इन उद्देश्यों को लेकर संस्थान का यह कार्यक्रम आयोजित करना सराहनीय प्रयास है। कहा कि जितनी पौष्टिकता हमारे पारंपरिक भोजन में है, इतनी पौष्टिकता पाश्चात्य संस्कृति के जंक फ़ूड में नहीं है।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि राज्य में गढ़ भोज स्थानीय संसाधनों खाद्य श्रृंखला है। उस को प्रोत्साहित करने के लिए पुलिस विभाग ने अभियान के साथ वर्ष 2020 में पूर्व में ही पुलिस विभाग की कैंटीन में शामिल किया था और अब पूरे राज्य की कैन्टीनों यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा।
गढ़ भोज अभियान के सूत्रधार द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा की गढ़ भोज वर्ष 2021 का उद्देश्य पहाड़ के व्यंजनों को एक नई पहचान दिलाना है। इससे ना सिर्फ पहाड़ों की किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी बल्कि इंसान स्वस्थ भी रहेगा। कहा कि वर्ष भर जनजागरण के कार्यक्रम राज्यभर में आयोजित किये जाएंगे।
दुबई से भारत लौटे चेफ टीकाराम सिंह ने कहा कि हमारे हमारे पहाड़ी व्यंजन अन्य प्रदेशों एवं देशों के व्यंजनों से काफी पोस्टिक है। लेकिन इनका बेहतर प्रदर्शन ना होने के कारण, आज इनका मार्केट गिरा हुआ है। इस चीज को देखते हुए हमारे द्वारा पहाड़ी फ्यूजन इजाद किया गया। जिसमें पहाड़ी रेसिपी को नए अंदाज में ग्राहकों को परोसा गया। जंगोरा की खीर को बुरांस की फिरनी बना कर फ्यूजन तैयार करना इसी का हिस्सा है। टीकाराम कहते हैं कि वे पहाड़ी व्यंजनों को लगभग डेढ़ सौ नए तरीके से तैयार कर चुके हैं। उन्होंने पहाड़ी व्यंजनों को होटल मैनेजमेंट के स्कूलों में सिखाने की भी मांग की।
इस दौरान कार्यक्रम के सहयोगी जे पी.मैठाणी आगाज फेडरेशन, कुसुम घिल्डियाल, विकास पन्त, दिव्यांशु, अभिषेक, मधावेंद्र रावत, प्रेम पंचोली, पवन नौटियाल, प्रेमलता बोडाई, टीका राम पंवार, देव सिंह, पंवार सुबोधनी जोशी, विजय लक्ष्मी, हिमानी धवन, मीनाक्षी रावत, आशा पन्त, सुमन, देवेन्दर, अनिता नेगी, अलका विज्लवाण, नीलम थपलियाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी, भारत स्काउट गाइड के प्रादेशिक सचिव रविन्द्र मोहन कला ने भी अपने विचार व्यक्त किये।