ऋषिकेश: लंबे समय से काली की ढाल स्थित संजय झील को एक पर्यटन स्थल बनाने की कवायद चल रही है। इसी के चलते गुरुवार को वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने संजय झील का निरीक्षण किया।
इस दौरान प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने कहा कि संजय झील पर्यटन और प्राकृतिक सौंदर्य की नजर से आर्दश स्थान है। निरीक्षण के दौरान संजय झील के आसपास के वनस्पतियों, पंछियों और वन्य जीवों के बारे में जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि संजय झील को व्यापक बायोडायवर्सिटी के तौर पर विकसित किया जा सकता है।
वहीं प्रमुख वन संरक्षक द्वारा मौके पर झील के आसपास साफ-सफाई आदि बनाए जाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही डीपीआर तैयार करने के लिए वनस्पति विशेषज्ञ, वन्यजीव विशेषज्ञ, पंछियों के विशेषज्ञ को भी शामिल करने की बात कही गई।
इस दौरान मौके पर वन संरक्षक अखिलेश तिवारी, प्रभागीय वन अधिकारी राजीव धीमान, ऋषिकेश रेंजर महेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।