ऋषिकेश: उत्तराखंड राज्य स्थापना के 21 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ऋषिकेश में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उत्तराखंड आंदोलन में हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर आप नेता और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विजय सिंह पंवार के नेतृत्व में पाार्टी ने सत्ता में रही भाजपा और कांग्रेस से 21 सवाल पूछते हुए उनसे हिसाब मांगा है.
इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही इन सभी 21 समस्याओं को दूर किया जाएगा.
सवाल: राज्य गठन के 21 साल बाद भी
1.प्रदेश की स्थायी राजधानी क्यों नहीं बन पाई?
2.उत्तराखंड करोड़ो रूपये का कर्ज लेने का मोहताज क्यों है?
3.आम आदमी छोटे छोटे कामों के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर क्यों है?
4.उत्तराखंड के गांवों में पानी का संकट खत्म क्यों नहीं हो पाया?
5.उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल क्यों है?
6.उत्तराखंड में गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव की गारंटी क्यों नहीं मिल पाई है?गर्भवती महिलाएं इलाज के अभाव में सड़क पर तड़प कर मरने के लिए मजबूर क्यों है?
7.उत्तराखंड के सभी गांव सड़क से क्यों नही जुड़ पाए हैं?
8.युवाओं के लिए रोजगार के अवसर क्यों नहीं बढ़ पाए हैं।
9.रामपुर तिराहा मुजफ्फर नगर,खटीमा-मसूरी गोलीकांड के दोषियो को सज़ा क्यों नही दिलाई जा सकी है?
10.उत्तराखंड का युवा पलायन के लिए मजबूर क्यों है?
11. उत्तराखंड के हर गांव तक बिजली क्यों नही पहुंच पाई है?जनता महँगी बिजली खरीदने को मजबूर क्यों है?
12.हमारी परिसम्पत्तियां उत्तरप्रदेश के कब्जे से मुक्त से क्यों नहीं हो पाई?
13.असीम सम्भावनाओ के बावजूद उत्तराखंड पर्यटन प्रदेश क्यों नहीं बन पाया है?
14.प्रदेश में मजबूत भू कानून लागू क्यों नहीं हो पाया है?
15.उत्तराखंड के स्कूल खस्ताहाल क्यों है?
16.उत्तराखंड में खेती और बागवानी के विकास के लिए ठोस नीति क्यों नहीं बन पाई है?
17.उत्तराखंड की जनता बदहाल और नेता मालामाल क्यों है?
18.तमाम भ्रस्टाचार के आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नही हुई?
19.देवभूमि को आध्यात्मिक राजधानी बनाने के क्या प्रयास हुए?
20. उत्तराखंड आंदोलनकारियों को अब तक चिह्नित क्यों नहीं किया जा सका?
21. अब तक पहाड़ों में चकबंदी क्यों नहीं की जा सकी?
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष आशुतोष जुगरान ने शुभकामनाएं देते हुए पूर्ववर्ती सरकारों को आड़े हाथों लिया गया, इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के उद्देश्य अभी भी अधूरे हैं.
कार्यक्रम में राजेन्द्र प्रसाद जुगरान, शंकर तिवारी, धीरज कैंतुरा, आकाश खटका, महावीर अमोला, भास्कर अमोला, अक्षय पाल, विजेंदर पासवान, मनीष, रजत कालरा, ज्ञान रावत, विजय आज़ाद, उमंग देवरानी, जयेंद्र तड़ियाल, मनोज कोटियाल, शुभम रावत, अमन नौटियाल, विजयपाल रावत, युध्दवीर चौहान, मनशोधन यादव, संजय सिलस्वाल आदि मौजूद थे।