ऋषिकेश: जहां एक तरफ ऋषिकेश नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने का सपना संजोए हुए हैं वहीं दूसरी ओर लाखों रुपए खर्च करके जनता के लिए बनाए गए सुलभ शौचालय उन सपनों को पलीता लगाने के लिए काफी हैं. जिन पर पिछले कई महीनों से ताले लगे पड़े हैं. जिससे ना सिर्फ स्थानीय लोगों को दिक्कत हो रही है, बल्कि यात्रा सीजन में ऋषिकेश आने वाले तीर्थयात्री भी शौचालय के लिए परेशान दिख रहे हैं.
बता दें कि करीब 1 साल पहले एक 20 जनवरी 2021 को कोयल घाटी के समीप नगर निगम ऋषिकेश द्वारा सुलभ शौचालय का लोकार्पण किया गया था. करीब तीन लाख रुपया खर्च कर इस शौचालय का निर्माण किया गया था. शौचालय को कोयल घाटी के वार्ड नंबर 20 में यहां पर इसलिए बनाया गया था ताकि यहां जो सैकड़ों दुकानें हैं उनमें काम कर रहे लोगों और वहां आने वाले पर्यटकों को इसकी सुविधा मिले. लेकिन पिछले लगभग 4 महीनों से इस शौचालय में ताले जुड़े हुए हैं. लाखों रुपया खर्च करने के बाद भी इन शौचालयों का लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है.
जनता ने मीडिया के द्वारा नगर निगम अधिकारियों से गुहार लगाते हुए कहा है कि जल्द से जल्द कोयल घाटी स्थित शौचालय में लगे ताले को खोला जाए, जिससे स्थानीय दुकानदारों के साथ-साथ पर्यटक हो को भी सुविधा हो सके.
ऋषिकेश नगर निगम के मुख्य नगर आयुक्त गिरीश चंद्र गुणवंत ने कहा कि कोयल घाटी में बने शौचालय को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया था. जिसके बाद से उस शौचालय समेत शहर के सभी शौचालयों में देख रेख के लिए एक आदमी रखने की व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिए जल्द टेंडर निकाले जाएंगे. जिसके बाद शौचालय को खोल दिया जाएगा.
तीर्थ नगरी के शौचालयों की देख रेख के लिए चौकीदार बैठाने में देरी जहां एक तरफ जनता को परेशान कर रही है, वहीं ऋषिकेश नगर निगम का स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के सपने पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रही है.