देहरादून: सुप्रीम कोर्ट के जज बनकर आम लोगों और IAS अधिकारियों तक से ठगी करने वाले दो शातिर ठगों को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह लोग कभी जज बनकर तो कभी मंत्री बनकर लोगों का काम करवाने के एवज में उनसे मोटी रकम थे. देहरादून पुलिस की टीम ने नोएडा में छापा मारकर गिरोह के दो शातिरों को गिरफ्तार किया है.
2 दिन पहले एसटीएफ देहरादून के उपनिरीक्षक दिलबर सिंह नेगी ने देहरादून पुलिस को सूचना दी कि कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट के जज बनकर लोगों को ठग रहे हैं. जिसके लिए वे लोग अपने व्हाट्सएप पर जजों की फोटो लगाकर आम लोगों को उनका काम करवाने की एवज में जगह-जगह लाखों रुपए लोगों से काम करवाने के एवज में ले रहे हैं.
जांच के दौरान पुलिस टीम को एक संदिग्ध मोबाइल नम्बर की जानकारी प्राप्त हुई, जो कि मनोज कुमार नाम के व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड था. पता चला कि इसी नंबर से कुछ दिन पूर्व भी सुप्रीम कोर्ट के जज की डीपी अपने मोबाइल पर लगा कर स्वंय को जज बताते हुए शासन में तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से काम कराने के लिए फोन एवं मैसेज किया गया था.
जज बनकर मिले आईएएस अफसर से
इसके बाद यह लोग सचिवालय में तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से मिले जहां उन्होंने खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताया था. जिसके बाद पुलिस ने गिरोह को पकड़ने के लिए टीम गठित की. नंबरों की लोकेशन और मुखबिरों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के नोएडा में ठगों के होने की सूचना मिली.

जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा जनपद नोएडा, सेक्टर 50 महागुन मेपल सोसाइटी में रेड/दबिश डाली गई, जहां पर दो व्यक्ति मौजूद मिले. उक्त दोनों व्यक्तियों की तलाशी लेने पर उनसे प्राप्त मोबाइल फोनों को चैक किया गया तो दोनों व्यक्तियों के मोबाइल नंबर पर कई मंत्रालयों के नंबर एवं कई वीआईपी के नंबर सेव थे.
मोबाइल नम्बरों से शासन केे वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को न्यायमूर्ति बनकर भी मैसेज किया गया था. जिसके बाद पुलिस टीम द्वारा उक्त मोबाइलों व सिम कार्ड को अपने कब्जे में लेकर मौके से दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. जिनके द्वारा पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल किया गया.
गिरफ्तार अभियुक्तगणों का विवरण
01: मनोज कुमार पुत्र जुगल किशोर पता 110 महागुन मेपल सेक्टर 50 नोएडा उत्तर प्रदेश, उम्र 52 वर्ष
02: राजीव अरोड़ा पुत्र श्री हेमराज निवासी बरनाला पंजाब उम्र 54 वर्ष, हाल पता महागुन मेपल सेक्टर 50