देहरादून: धामी सरकार ने शिक्षा मित्रों के लिए एक बड़ी सौगात दी है. राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्रों के मानदेय को 20 हजार रुपए तक बढ़ा दिया गया है. इससे करीब 750 शिक्षामित्रों को लाभ होगा.
बता दें कि सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में नियत मानदेय पर कार्यरत शिक्षा मित्रों को अभी तक ₹15000 की मानदेय मिलता था. लेकिन अब काफी समय से लंबित शिक्षा मित्रों की मांग को देखते हुए मानदेय में ₹5000 की वृद्धि की गई है. इस बारे में शुक्रवार को प्रारंभिक शिक्षा अपर सचिव दीप्ति सिंह ने आदेश भी जारी कर दिए हैं.
हालांकि इसके लिए तैयारी दिसंबर से ही शुरू कर दी गई थी. प्रारंभिक शिक्षा निदेशक की ओर से 18 दिसंबर 2021 को एक पत्र शासन को भेजा गया था. जिसमें शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने का जिक्र किया गया था. जिसे धामी सरकार के बाद अब राज्यपाल की स्वीकृति मिल गई है. इससे करीब 750 शिक्षामित्रों को लाभ होगा.
क्या होते हैं शिक्षा मित्र?
सर्व शिक्षा अभियान को गति देने के निमित्त राज्य सरकारों द्वारा प्राथमिक शिक्षा को सुदृढ़ करने और शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए शिक्षा मित्र यानी उप-शिक्षक (Para-teachers) नियुक्त किए जाते हैं. इन्हें पूर्ण शिक्षकों के बराबर वेतन नहीं दिया जाता और इनकी नियुक्ति संविदा के आधार पर सत्र वार होती है.