उत्तराखंड से बीजेपी ने इन महिला के नाम पर लगाई मुहर, बनने जा रही हैं राज्यसभा सांसद

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देहरादून: राज्यसभा के लिए बीजेपी हाईकमान ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. उत्तराखंड से डॉ कल्पना सैनी के नाम पर बीजेपी हाईकमान ने मुहर लगाई है. पैनल में जो नाम भेजे गए थे, उनमें एक नाम कल्पना सैनी का भी था. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम सबसे आगे चल रहे थे. लेकिन उत्तराखंड से डॉ कल्पना सैनी को चुना गया है.

बता दें कि, उत्तराखंड में आगामी 4 जुलाई 2022 को राज्यसभा की एक सीट खाली हो रही है. राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा का कार्यकाल चार जुलाई को पूरा होने के चलते यह सीट खाली हो रही है. उत्तराखंड की 70 सदस्यीय विधान सभा में वर्तमान में भाजपा के पास दो तिहाई बहुमत है. राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा के पास बहुमत के चलते उनके प्रत्याशी की जीत तय है.


प्रदेश भाजपा ने प्रत्याशी के लिए 10 नामों का पैनल बनाकर केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेज था. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व उपाध्यक्ष ज्योति गैरोला, भाजपा अनुशासन समिति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केदार जोशी, अल्पसंख्यक आयोग की अध्यक्ष कल्पना सैनी, भाजपा ओबीसी मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्यामवीर सैनी, पूर्व विधायक आशा नौटियाल, राष्ट्रीय एससीएसटी आयोग की पूर्व सदस्य स्वराज विद्धान के नाम शामिल थे.

इसको लेकर 24 मई को चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी की थी. जिसके तहत 31 मई तक उम्मीदवारों के नामांकन होंगे. 10 जून को राज्यसभा सीट के लिए मतदान होगा और इसी दिन शाम 05 बजे मतगणना होगी.

कौन हैं कल्पना सैनी?

डॉ कल्पना सैनी का जन्म एक अक्टूबर 1959 को हरिद्वार जिले के एक छोटे से गांव (शिवदासपुर- तेलीवाला) रुड़की में एक सैनी परिवार में हुआ था. उनके पिता पृथ्वी सिंह विकास और उनकी मां कमला देवी थीं. वह किसान परिवार में पैदा हुईं थी. मेरठ विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी के परिणाम प्राप्त करते हुए संस्कृत में पीएचडी की डिग्री हासिल की. कल्पना सैनी 31 साल की उम्र में 1990 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी. उन्होंने रुड़की में प्रिंसिपल के रूप में काम किया. इस दौरान भी संगठन से जुड़ी रहीं. 1995 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी के रुड़की के लिए पार्षद नियुक्त किया गया.

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