ऋषिकेश: बीच सड़क पर दो आवारा सांड की लड़ाई में एक 10 साल के बच्चे ने अपनी जान गँवा दी है. जिससे पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है. ऋषिकेश शहर में आए दिन हो रही आवारा पशुओं के कारण दुर्घटनाओं की सुध कोई भी जनप्रतिनिधि लेने को तैयार नहीं है, फिर चाहे वह जिलापंचायत सदस्य हो, ग्राम प्रधान हो, मेयर हो या फिर विधायक हो. आख़िर कब तक शहरवासी यूँही अपनी जान गंवाते रहेंगे.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह 20 बीघा बापू ग्राम स्थित गली नंबर 3 से अपर्णा तिवारी पत्नी नवीन तिवारी अपने 10 वर्षीय पुत्र आराध्य तिवारी को लेकर गढ़ी श्यामपुर स्थित स्कूल छोड़ने स्कूटी से जा रही थी. जे जी ग्लास फैक्ट्री के सामने ऋषिकेश हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो आवारा सांडों की लड़ाई की चपेट में उनकी स्कूटी आने से रास्ते में ही गिर पड़ी. जिससे स्कूटी में सवार 10 साल का आराध्य गंभीर रूप से घायल हो गया.जिसे इलाज के लिए तुरंत ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय लाया गया. बच्चे की गंभीर स्थिति देखते हुए उसको एम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया.
देर रात एम्स अस्पताल में उपचार के दौरान आराध्य तिवारी की मौत हो गई. जिसके बाद परिवार में मातम छा गया है.
घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है, जो कि मामले की जांच कर रही है.
बच्चे की मौत के बाद परिवार और स्थानीय नागरिक बच्चे की मौत के लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते सड़कों पर आए दिन आवारा पशुओं के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं लेकिन प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है.