ऋषिकेश: छात्रों का फूटा गुस्सा, श्री देव सुमन विश्वविद्यालय कैंपस पर जड़ा ताला

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ऋषिकेश पीजी कॉलेज में प्रार्चाय से बातचीत करते छात्र
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ऋषिकेश:श्री देव सुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश कैंपस में बीएससी के पहले semester के नतीजे आने के बाद छात्र-छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा है. जिसको लेकर गुरुवार को छात्रसंघ पदाधिकारियों ने श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश कैंपस में तालाबंदी कर दी है। साथ ही 31 अक्टूबर तक चलने वाले एडमिशन प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी गई है. 

बीएससी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं फरवरी 2020 में आयोजित की गई थी. इसका परिणाम 1 अक्टूबर 2019 को आया लेकिन एग्जाम रिजल्ट आने के बाद इसमें कई बच्चे फेल हो गए, साथ ही गई बच्चों की बैक भी आई. बीएससी छात्र छात्राओं की शिकायत है कि बायो ग्रुप में कुल 152 विद्यार्थी थे. जिनमें से 43 फेल किए गए हैं और 61 विद्यार्थियों की बैक आई है. वहीं मैथ्स ग्रुप में कुल 163 विद्यार्थी थे, जिनमें से 12 फेल और 59 बच्चों की बैक आई है. विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं का कहना है कि परीक्षा परिणाम 8 माह की देरी से आया, जिसका नुकसान बच्चों को उठाना पड़ रहा है.

छात्रों की प्रमुख मांगें

  • जो भी छात्र-छात्राएं परीक्षा में फेल हुए हैं उनकी जल्द ही दोबारा परीक्षा आयोजित करवाई जाए या फिर उनको सेकेंड सेमेस्टर में प्रमोट करके थर्ड सेमेस्टर भेजा जाए. जिससे बच्चों का 2 साल खराब होने से बचाया जा सके.जो छात्र छात्राएं स्कॉलरशिप होल्डर हैं, उनकी परीक्षा कॉपी को एक बार फिर से अच्छी तरह से चेक करवाया जाए.
  • Corona काल के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षाएं लिए बिना ही केवल पहले सेमेस्टर के परिणाम के आधार पर बच्चों को फेल घोषित कर दिया गया है. जिससे इन छात्र-छात्राओं से आगे बढ़ने का मौका छीना जा रहा है. जिसे सुधारते हुए इन बच्चों को आगे बढ़ने का मौका दिया जाए.

पीजी कॉलेज की प्राचार्य सुधा भारद्वाज ने कहा कि विश्वविद्यालय के परिणाम से छात्र-छात्राओं को कुछ समस्याएं हैं. छात्राओं से उनकी शिकायत लिखित रूप में ले ली गई है. श्री देव सुमन विश्वविद्यालय प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणामों को लेकर सभी फैसले विश्वविद्यालय प्रशासन स्तर से ही होते हैं. इसमें हमारी भूमिका नहीं होती है. छात्र छात्राओं से अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी बच्चे को अपने परिणामों को लेकर कोई समस्या है तो वह स्कूटनी के माध्यम से कॉपी चेक करवा सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि सेकंड सेमेस्टर में प्रमोट करने को लेकर भी श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय प्रशासन फैसला लेगा.


एनएसयूआई के प्रदेश सचिव सनी प्रजापति ने कहा कि 1 अक्टूबर रिजल्ट आने के बाद 3 अक्टूबर को छात्र छात्राओं ने रिजल्ट को लेकर नाराजगी जताते हुए कॉलेज आचार्य से मुलाकात की. जिसमें कॉलेज प्रशासन को समस्याओं से अवगत कराते हुए समाधान का आग्रह किया गया था. साथ ही कॉलेज प्रशासन को 7 तारीख तक का अल्टीमेटम भी दिया गया. लेकिन कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई भी संतोषजनक जवाब ना आने के कारण मजबूरन छात्र-छात्राओं को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय कार्यालय की तालाबंदी करनी पड़ी. साथ ही ऐडमिशन को भी रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय के वीसी और रजिस्ट्रार यहां आकर बच्चों से बात कर मुलाकात नहीं करेंगे, तब तक तालाबंदी जारी रहेगी.

इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष अनुराग पयाल,उपाध्याक्ष सौरभ राणा, कोषाध्यक्ष खुशबू शर्मा,खुमेंद्र सिंह, अनुराग पाल,नवीन रतूड़ी,सलीम खान,आयुष चौहान,अमन पांडे, माधुरी दीक्षित,आकाश उनियाल, अमर निषाद,सारस्वत शर्मा आदि शामिल रहे।

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