ऋषिकेश: उत्तराखंड में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है. श्रद्धालुओं के लिए इसे सुगम बनाने के लिए ऋषिकेश की ओर से मेयर अनिता ममगाईं की ओर से ढाई करोड़ के बजट की मांग की गई थी. लेकिन ऋषिकेश नगर निगम को केवल पांच लाख रुपये ही मिल पाए हैं. जबकी उत्तराखंड के वित्त मंत्री खुद ऋषिकेश से आते हैं.
चारधाम यात्रा में ऋषिकेश को यात्रा का द्वार कहा जाता है. यहीं से यात्रा की शुरुआत होती है. इस बीच सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या इतना बजट ऋषिकेश में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त होगा? वहीं इस पर ऋषिकेश की मेयर अनीता ममगाईं का कहना है कि इतना बजट इस यात्रा के लिए काफी नहीं हो पाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उत्तराखंड सरकार ऋषिकेश नगर निगम को जल्द ही बजट मुहैया करवाएगी.
मेयर ने लगाई बजट के लिए गुहार
चारधाम यात्रा पर ऋषिकेश को मिले बजट को लेकर मेयर अनीता ममगाईं ने बताया कि हर साल यहां पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है. पिछले साल से रिकॉर्डतोड़ यात्री चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आ रहें हैं. मोदी और धामी सरकार लगातार अपने तीर्थस्थलों को सजाने संवारने का कार्य कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हर किसी का सपना होता है की वे चारधाम की यात्रा करें. उसकी वजह से रिकॉर्डतोड़ यात्री उत्तराखंड आ रहे हैं. इस बीच ऋषिकेश उनका मुख्य पड़ाव है. यदि कभी यहां का मौसम खराब हो जाता है तो यात्रियों को ऋषिकेश में ही रोकना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि इन सब को देखते हुए यहां की नगर निगम ने ढाई करोड़ बजट की मांग की थी. ढाई करोड़ का प्रस्ताव यहां से बनाकर भेजा गया था. इसमें चारधाम यात्रा के साथ कांवण मेला भी संपादित करना पड़ता है. यहां पर 100 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं. लगातरा सैनेटाईज कराया जा रहा है. कीट नाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. इस बीच शासन की ओर से केवल पांच लाख रुपये ही नगर निगम को मिले हैं. जो काफी नहीं हैं.