नैनीताल: झीलों के शहर के नाम से विख्यात नैनीताल की रहने वाली डिजिटल कंटेंट निर्माता डॉली सिंह इन दिनों चर्चा में बनी हुई हैं. वे उनमें से एक हैं, जिन्होंने 76वें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले कान्स फिल्म फेस्टिवल में रेड कॉर्पेट पर काफी सुर्खियां बटोरी हैं. डॉली अपने ब्लॉग ‘स्पिल द सैस’ के माध्यम से देशभर के अपने लगभग 1.6 मिलियन प्रशंसकों को लगातार नए फैशन ट्रेंड के साथ अपडेट करती हैं. उन्होंने युवा पीढ़ी में अपनी एक अलग जगह बनाई हैं.
फिल्म फेस्टिवल के चौथे दिन 29 साल की डॉली सिंह डिजाइनर जोड़ी-अबू जानी और संदीप खोसला का तैयार एक सफेद पहनावें में दिखीं. उनके ड्रेस में सामने की तरफ मोतियों के अलंकरण के साथ एक लिपटी हुई स्कर्ट थी. इस सफेद ड्रेस में वे किसी परी से कम नहीं लग रहीं थी.
आपकों बता दें कि उनका यहां तक का सफर आसान नहीं था. उन्हें अपने जीवन में यह कामयाबी हासिल करने के लिए कड़ी महनत करनी पड़ी. डॉली ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी से कोर्स किया है. इसके बाद वह ब्लॉगिंग के जरिए नित नये फैशन ट्रेंड्स को सामने रखती हैं.
डॉली सिंह ने निभाएं कई रोल
महज 29 साल की उम्र में उन्होंने सोशल मीडिया और बॉलीवुड में ऊंचा मुकाम हासिल किया है. डॉली ने हाल ही में नेटफ्लिक्स की सीरिज ‘भाग बेनी भाग’ में स्वरा भास्कर की दोस्त कापी कपाड़िया का रोल निभाया है. ‘मॉडर्न लव मुंबई’ में भी उनकी भूमिका थी. डॉली इंटरनेट पर अपनी मम्मी से प्रेरित राजू की मम्मी, साउथ दिल्ली गर्ल, गुड्डी भाभी, जीनत, श्री व बुधवार जैसे रोचक और लोकप्रिय किरदारों के माध्यम से देश की सबसे लोकप्रिय और चर्चित कंटेंट क्रिएटर्स में से एक बन गई हैं. उनके कोलगेट और लेज के विज्ञापन भी बहुत चर्चित रहे हैं.
डॉली के माता-पिता राजकुमार और राजबाला नैनीताल के मॉल रोड स्थित अपना बाजार में नैनीताल की पहचान व स्मारक सामग्री मानी जानें वाली मोमबत्तियां और अन्य उपहार की वस्तुओं की दुकान चलाते हैं. डॉली सिंह के बचपन का काफी हिस्सा भी नैनीताल में बीता है. उन्होंने भी अपने बचपन के दौर में मोमबत्तियां बनाई हैं.