देहरादून: शहर में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. एक ओर देश में एनसीआरटी की इतिहास की बुक में मुगलों का इतिहास कथित रूप से हटाए जाने की बहस छिड़ी हुई हैं. वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड की राजधानी दून में भी एक इसी प्रकार का किस्सा सामने आया है. यहां करीब सात साल का बच्चा अचानक ही अपने माता-पिता को अम्मी अब्बू कहकर पुकारने लगता है. पहले तो परिजनों को लगा कि शायद उनके बेटे ने किसी मुस्लिम दोस्त के मुंह से सुना होगा, लेकिन हकीकत सुनकर आप भी चौंक जाएंगे.
जानें क्या है पूरा मामला
यह मामला देहरादून का है जहां आईसीएसई बोर्ड के सेकंड क्लास की अंग्रेजी की किताब ने अभिवावकों को हैरान कर दिया है. किताब की शिकायत लेकर मनीष मित्तल नाम का एक व्यक्ति जिलाधिकारी सोनिका के पास पहुंचा. उसने जिलाधिकारी को बताया कि उसका बेटा दूसरी क्लास में पढ़ता है. वह अचानक घर पर आकर उन्हें मम्मी-पापा की जगह अम्मी-अब्बू कहने लगा है. जब उसके अपने बच्चे से पूछा कि वह ऐसा क्यों कह रहा है. तो उसने बताया कि उसकी अंग्रेजी की किताब में मदर फादर की जगह अम्मी-अब्बू लिखा हुआ है.
इस शिकायत का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी सोनिका ने तुरंत शिक्षा अधिकारी को मामले की तफ्तीश और उचित कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है. वहीं जिला अधिकारी का कहना है कि जो भी कार्रवाई इस मामले में हो सकती है वह जल्द ही की जाएगी.
आपको बता दें कि मनीष ने जिलाधिकारी से ऐसी पुस्तक पर रोक लगाने के साथ जांच की भी मांग की है. उनकी शिकायत पर जिलधिकारी ने इस मामले की जांच मुख्य शिक्षा अधिकारी को सौंप दी है. एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट तलब की जाएगी.